
बुद्ध के अलावा यह गौतम बुद्ध, सिद्धार्थ गौतम, शाक्यमुनी के नाम से भी जाने जाते हैं | यह एक तपस्ययी, ऋषि, तथा बौद्ध धर्म के शुरुवात करने वाले थे | इनका जन्म नेपाल में स्थित लुम्बिनी के काशी नगर में हुआ था | इनके पिता का नाम सुदोधन तथा माता का नाम मायादेवी था |
वैसाक, बुद्ध पूर्णिमा या बुद्ध जयंती बौद्ध धर्म के लोगों का एक त्योहार है, जो गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान और मृत्यु को चिन्हित करता है | बुद्ध पूर्णिमा मई में पूर्णिमा के दिन पड़ता है | जैसा कि इस वर्ष 2018 में यह त्योंहार 30 अप्रैल को अर्थात पूर्णिमा के दिन मनाया जायगा |
इस दिन बौद्ध लोग प्राचीन छंदों को पढ़ने के लिए मंदिर जाते हैं | कुछ मंदिरों में भगवान् बुद्ध के बचपन रूपी मूर्ति को रखते हैं | मूर्ति को पानी से भरे बेसिन में रखा जाता है और फूलों से सजाया जाता है | मंदिर में आने वाले लोग भगवान् बुद्ध जी की मूर्ति पर जल चढ़ाते हैं और ध्यान लगाते हैं |
कई बौद्ध धर्म के लोग इस दिन बुद्ध की शिक्षाओं पर विशेष ध्यान देते हैं | वे इस दिन सफ़ेद वस्त्र धारण करके केवल शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करते हैं | अधिकतर लोग संगठनों को धन, भोजन या सामान भी देते हैं, जो गरीब, बूढ़े-बुजुर्गों और बीमार लोगों की मदद करता हैं |
सार्वजनिक जीवन
वैसाक पर भारत में सरकारी कार्यालय डाकघर और बैंक बंद होते हैं | परिवहन पर कोई ख़ास प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि स्थानीय लोग धार्मिक समारोह के लिए यात्रा करते हैं |
बुद्धजी का जीवन
बुद्ध अपने जीवनकाल के दौरान और उसके बाद भी एक प्रभावशाली अध्यात्मिक शिक्षक थे |कई बौद्ध उन्हें सर्वोच्च बुद्ध के रूप में देखते हैं | बुद्ध के जन्मदिवस पर वैसाक मनाने का निर्णय बौद्धों की विश्व फैलोशिप के पहले सम्मलेन में औपचारिक रूप से लागू किया गया था | यह सम्मेलन मई, 1950 में कोलोंबो, श्रीलंका में आयोजित किया गया था | तिथि मई में पूर्णिमा के दिन के रूप में तय की गयी थी | विभिन्न बौद्ध समुदाय मई में दो पूर्ण चन्द्रमा होने पर विभिन्न तिथियों पर वैसाक मना सकते हैं |
चिन्ह
धर्मचक्र या धर्म पहिया एक प्रतिक है जो अक्सर वैसाक के दौरान देखा जाता है | यह आठ प्रवक्ता के साथ एक लकड़ी का पहिया होता है | पहिया ज्ञान के मार्ग पर बुद्ध की शिक्षा का प्रतिनिधित्व करता है | आठ प्रवक्ता बौद्ध धर्म के महान गुना पथ का प्रतीक हैं |
वैसाक को वैशाखी समझने की गलती न करें क्योंकि वैसाक और वैशाखी अलग-अलग त्योहारों का नाम है, जिसे भारत में चिन्हित किया गया है |