महिलाओं हेतु अवसर

महिलाओं के लिए सामाजिक क्षेत्र, सार्वजनिक जीवन एवं प्रशासन में कार्य करने के अनेक अवसर उपलब्ध है | आप कोई भी कार्य करे परन्तु वह ईमानदारी और अनुशासनात्मक मस्तिष्क से किया जाना चाहिए | तभी आप सफल होंगे और अपने कार्य का आनंद उठा सकेंगे | आज के इस युग में महिलाएँ सभी क्षेत्र में उन्नति कर सकते हैं |
महिला शिक्षा –Women’s Education
महिलाओं की शिक्षा
भारत में महिलाओं का शिक्षित होता अत्यंत आवश्यक है | साथ ही हमारी शिक्षा पद्धति में भी परिवर्तन की आवश्यकता है | शिक्षा सिर्फ विस्तृत ही नहीं हो, बल्कि गूढ़ भी जो जिससे यह हमे जीवन के निश्चित उद्देश्य के विषय में बताए | जीवन का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी की जरूरतों के अनुसार हो, यह ध्यान रखना भी आवश्यक है |
संवेदना
करुणा एवं दया महिलाओं की विशेषता है | महिलाओं में संवेदना के पतन के कारण ही नारीत्व का पतन हुआ है | मनुष्य में यदि करुणा या संवेदना नहीं है तो वह मानव नहीं, बल्कि जानवर है | इसलिए प्रत्येक मानव को अपने अन्दर लज्जा, दयालुता एवं संवेदना जैसे मानवीय गुणों का विकास करना चाहिए |
अच्छे जीवन के मूल तत्व
अच्छे जीवन के सार ‘दम’ , ‘दान’ और ‘दया’ है | ये सद्गुण अच्छे जीवन के मूल तत्व को संस्थापित करते हैं | आत्म नियंत्रण करना ‘दम’ है, किसी व्यक्ति को उसकी जरुरत के अनुसार देना ‘दान’ है एवं किसी के ऊपर करुणा करना ‘दया’ है |
शिक्षा के मुख्य उद्देश्य
छात्रों को सिर्फ सैद्धान्तिक ज्ञान देना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि उन्हें कुछ तकनीकी कौशल सिखाना भी आवश्यक है, जिससे वे अपनी आजीविका का उपार्जन कर सकें | शिक्षा के मुख्य उद्देश्य केवल कौशल या सूचना प्राप्त करना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य उच्च जीवन एवं उस संसार में, जो काल एवं समय से परे है, के पार जाना है अर्थात ऊँचाइयों तक पहुंचना है |
प्राचीन समय में महिलाएँ
प्राचीन समय में महिलाओं के लिए ‘उपनयन’ जैसे धार्मिक अनुष्ठान संपादित किये जाते थे | उन्हें वेद पढ़ने का अधिकार प्राप्त था एवं वे गायत्री मन्त्र का उच्चारण भी कर सकती थीं | हमारी सभ्यता के पतन होने के फलस्वरूप महिलाओं की स्थिति भी क्षीण हो गई |