
Flip Kart कंपनी कब और कैसे शुरू हुआ -History of Flipkart in Hindi
Flipkart आज भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक ई-कॉमर्स कंपनी है | इसका वेबसाइट Flipkart.com के नाम से है | आज के इस पोस्ट में हम Flipkart कंपनी कब और कैसे शुरू हुआ -History of Flipkart. इसके बारे में जानेगें | अगर आप ऑनलाइन शोपिंग करते हैं या फिर आपने ऑनलाइन शोपिंग के बारे में कभी किसी से सुना होगा तो आपने Flipkart का नाम भी जरुर सुना होगा | Flip Kart से लोग ऑनलाइन घर बैठे शोपिंग करते हैं | यहाँ से आप बुक्स, मोबाइल, कंप्यूटर, कपड़े, टीवी इत्यादि अपने जरुरत की चीजें घर बैठे खरीद सकते हैं | कोई भी प्रोडक्ट खरीदने और उसका पेमेंट करने के कई ऑप्शन इसमें आपको दिया जाता है जैसे: Cash on Delivery, Online payment, debit card इत्यादि |
Amazon कंपनी कैसे शुरू हुआ -History Of E-Commerce Amazon Company
Flipkart कंपनी को दो दोस्तों ने मिलकर शुरू किया था | यह दोनों दोस्त सचिन बंसल और बिनी बंसल चंडीगढ़ के रहने वाले हैं | इन दोनों दोस्तों ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आई.आई.टी) से पढ़ी किया | यहाँ से इन्होंने कंप्यूटर साइंस की डिग्री प्राप्त किया | पढाई पूरा करने के बाद सचिन बंसल एक कंप्यूटर कंपनी (टेकस्पैन) में कुछ दिन काम किया और बिन्नी बंसल ने Sarnoff Corporation कंपनी में काम किया | उसके बाद सचिन बंसल अमेज़न कंपनी में काम करने चले गएँ | वह अमेज़न कंपनी जो आज दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक ई-कॉमर्स कंपनी है | यहाँ उनका दोस्त बिन्नी बंसल भी Sarnoff Corporation कंपनी को छोड़ कर अमेज़न में काम कर रहें थे | ये दोनों दोस्त एक बार फिर से अमेज़न कंपनी में मिल गएँ | ये दोनों दोस्त एक दूसरें को अच्छी तरह समझते थे, और इसलिए ये दोनों ज्यादातर एक साथ ही रहते थे, दोनों रहने वाले भी एक ही जगह के हैं, दोनों ने पढाई भी एक ही इंस्टिट्यूट से किया है, दोनों ने डिग्री भी एक जैसे ही किया है और दोनों का Family Background भी एक जैसे ही हैं |
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अमेज़न कंपनी में काम करते समय एक दिन इन दोनों दोस्तों सचिन बंसल और बिनी बंसल को एक विचार आया कि क्यों न हम भी एक अमेज़न की तरह ही अपनी खुद कंपनी और वेबसाइट बनाये और खुद बिज़नस करें | बस यह विचार आने के बाद दोनों दोतों ने अमेज़न कंपनी छोड़ दिया और इन्होने 5 सितम्बर 2007 को खुद की एक कंपनी खोला और इस कंपनी का नाम उन्होंने Flipkart रखा | जिस समय इन्होने अपनी Flipkart कंपनी भारत में खोला था उस समय इस तरह के दूसरें ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी बहुत कम था और उस समय लोग ऑनलाइन कोई भी प्रोडक्ट ज्यादातर नही खरीदते थे | लोग सोचते थे कि बिना देखे कोई भी चीज ख़रीदा सही नही होगा और लोग चीजें अपने पास लेने से पहले ऑनलाइन पेमेंट भी नही करना चाहते थे | शुरू में यह दोनों दोनों खुद अपने कंपनी के लिए काम करते थे | इन्होने भी अमेज़न की तरह सबसे पहले बुक्स (Books) बेचन शुरू किया और खुद अपने साधन से बुक्स दूसरें दुकानों और लोगों के घर पहुचाने जाते थे और साथ ही इन्होने Cash on Delivery पेमेंट ऑप्शन रखा यानि जब प्रोडक्ट आपको मिलेगा तभी आपको पैसे देने हैं | इस तरह इन्होने काम किया और फिर अपने कंपनी को आगे बढाने के लिए इन्होने बुक्स के दुकान के आगे खड़े होकर कुछ अपने कंपनी और सेवाएँ का परचा भी बाटें जिससे लोग इनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जान सके |
बाद में इन्होने भी अमेज़न की तरह ही लोगो के जरुरत के बहुत सारे प्रोडक्ट बेचना शुरू कर दिया | इन्होने कंपनी के शुरुआत में वेबसाइट के लिए ही लगभग 394093 रूपये खर्च कर दिए थे | बाद में इन्होने mime360.com
chakpak.com वेबसाइट भी बनाया और इससे भी इन्हें काफी फायदा मिला और इन्होने 2008 से 2009 के बिच में लगभग 40 मिलियन रूपये की प्रोडक्ट लोगों को बेच दिए |

कुछ समय बाद 2012 में इस कंपनी ने एक और नया वेबसाइट डिजिटल म्यूजिक स्टोर के लिए बनाया | इस वेबसाइट से लोग पैसे देकर कोई भी गाने डाउनलोड करते थे | इस वेबसाइट का नाम flite digital musicstore था | लेकिन यह कुछ समय बाद ही 2013 में बंद कर दिया गया क्योंकि बाद में ऐसे बहुत से वेबसाइट आ गएँ जो फ्री में कोई भी गाने डाउनलोड करने की सुविधा देने लगी | अब जब फ्री में गाने डाउनलोड हो सकता है तो पैसे देकर कोई भी डाउनलोड नही करना चाहता था और आज भी भारत में क्या पूरी दुनिया में फ्री की चीजें ही लोगों को ज्यादा पसंद आता है | आज भी यह दोनों दोस्त एक साथ ही कंपनी चला रहें हैं |