सी.पी.यू. कम्प्यूटर का मुख्य भाग होता है | इसके साथ कई तरह के हार्डवेयर लगे होते हैं | इन्ही हार्डवेयर भागों की गुणवत्ता और क्षमता पर सी.पी.यू. कार्यक्षमता निर्भर करती है | इसके अंदर कई तरह के कंप्यूटर के मुख्य भाग लगे होते हैं तो आइये जानते है सी.पी.यू. के भागों के बारें में…
सी.पी.यू. के निम्नलिखित भाग हैं –
- हार्ड डिस्क
- मदर बोर्ड
- सेन्ट्रल प्रासेसिग यूनिट (प्रोसेसर)
- डी.वी.डी-राइटर
- रैम
- पावर सप्लार्इ इत्यादि |
हार्ड डिस्क

यह वह भाग है जो कंप्यूटर को सभी चीजें याद रखने का काम करता है यानि कंप्यूटर के सभी प्रोग्राम और डाटा हार्ड डिस्क में ही सेव रहती है | यह कंप्यूटर की स्थायी मेमोरी होती है, इसीलिए कम्प्यूटर को बंद करने पर भी इसमें सेव की हुई फाइल प्रोग्राम और डाटा समाप्त नहीं होता है। आज से कुछ वर्ष पहले हार्डडिस्क की स्टोरेज क्षमता गीगाबाइट/जी.बी. मेगाबाइट या एम.बी. तक सीमित रहती थी | अब इसकी क्षमता काफी बढ़ गयी है अब इसकी क्षमता योटा बाइट तक हो गयी है | हार्ड डिस्क की क्षमता जितनी अधिक होगी उतना ही ज्यादा डाटा उसके अंदर स्टोर किया जा सकता है।
मदर बोर्ड

मदर बोर्ड फाइबर ग्लास का बना एक समतल प्लैटफार्म होता है | यह कम्प्यूटर के सभी हार्डवेयरों को जैसे की बोर्ड, माउस, एल.सी.डी., स्पीकर आदि को एक साथ जोडें रखता है। मदरबोर्ड से ही प्रोसेसर, हार्डडिस्क, रैम भी जुडी रहती है | यू.एस.बी., या पेनडाइव लगाने के लिये के भी यू.एस.बी. पाइन्ट मदरबोर्ड बोर्ड में दिये गये होते हैं। जिनकी मदद से हम कंप्यूटर में यू.एस.बी., या पेनडाइव का उपयोग कर पाते हैं | ग्राफिक और साउंड कार्ड भी मदर बोर्ड में ही लागए जाते है जिनके द्वारा हम साउंड को स्पीकर के द्वारा सुन पाते हैं |
सेन्ट्रल प्रासेसिग यूनिट (प्रोसेसर)

यह कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। इसमें एक माक्रोप्रोसर चिप रहता है | यह माक्रोप्रोसर चिप यूजर के आदेशेा तथा निर्देशों के अनुसार प्रोग्राम को चलाता है | यह माक्रोप्रोसर चिप कम्प्यूटर का दिमाग कहलाता है। यह काफी गरम भी होता है और इसे ठंडा रखने के लिेये इसके ऊपर फैन लगाया जाता है जिसे सी.पी.यू. फैन कहते हैं। अगर हम सेन्ट्रल प्रासेसिग यूनिट यानि सी.पी.यू. की बात करें तो असल में यह ही सी.पी.यू. होता है |
डी.वी.डी-राइटर

यह डी.वी.डी-राइटर डिस्क में संचित डाटा को पढता है | जब आप किसी सी.डी. या डी.वी.डी को कंप्यूटर में चलाना चाहते है तो उसे डी.वी.डी-राइटर में लगान पड़ता है, तभी आप देख पाते है कि उस सी.डी. या डी.वी.डी में क्या है |
रैम

रैम की फुलफार्म रैन्डम एक्सिस मैमरी होती है | यह कम्प्यूटर को वर्किग स्पेस प्रदान करती हैं | यह एक प्रकार की अस्थाई मैमोरी होती है, इसमें कोई भी डाटा स्टोर नहीं होता है यानि सेव नहीं किया जा सकता है। जब हम कोई एप्लीकेशन कम्प्यूटर में चलाते हैं, तो वह चलते समय रैम का प्रयोग करती है। कंप्यूटर में कम रैम होने की वजह से या कुछ ऐप्लीकेशन को पर्याप्त रैम नहीं मिलने के कारण कंप्यूटर में कभी-कभी हैंग होने की समस्या भी आती है | रैम कई प्रकार की आती है, जैसे DDR1, DDR2 तथा DDR3 आजकल के प्रचलन में DDR3 रैम है। रैम की पहचान उसके बीच की कट को देखकर किया जा सकता है |
पावर सप्लार्इ

जैस की आप जानते है की कंप्यूटर में कई छोटे बड़े डिवाइस भी लगे होते हैं और उन सभी भागों को उनकी क्षमता के अनुसार पावर प्रदान करने का कार्य पावर सप्लाई करता है। इसे भी ठंडा रखने के लिये इसमें फैन लगा होता है। पावर सप्लार्इ में से मदरबोर्ड, हार्डडिस्क, डी.वी.डी-राइटर को उचित सप्लाई देने के लिए अलग-अलग प्रकार के वायर दे रखे होते है। इसका मेन स्वीच सी.पी.यू. के पीछे दिया होता है जहॉ पावर केबिल के द्वारा कम्प्यूटर को पावर दी जाती है।
सी.पी.यू. के और भी कई भाग होते हैं जिन्हें हम आगे के अध्याय में जानेगें |